विकिविश्वविद्यालय
hiwikiversity
https://hi.wikiversity.org/wiki/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%AF:%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%96%E0%A4%AA%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A0
MediaWiki 1.44.0-wmf.5
first-letter
मीडिया
विशेष
वार्ता
सदस्य
सदस्य वार्ता
विकिविश्वविद्यालय
विकिविश्वविद्यालय वार्ता
चित्र
चित्र वार्ता
मीडियाविकि
मीडियाविकि वार्ता
साँचा
साँचा वार्ता
सहायता
सहायता वार्ता
श्रेणी
श्रेणी वार्ता
प्रवेशद्वार
प्रवेशद्वार वार्ता
विद्यालय
विद्यालय वार्ता
विषय
विषय वार्ता
संग्रह
संग्रह वार्ता
निर्माणाधीन
निर्माणाधीन वार्ता
TimedText
TimedText talk
मॉड्यूल
मॉड्यूल वार्ता
22/2314
0
4104
34771
34751
2024-11-26T13:26:28Z
2401:4900:820A:9E64:F335:F7F2:AB55:BC5A
/* 1.समाचार लेखन */
34771
wikitext
text/x-wiki
= 1.समाचार लेखन =
34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा।
बिहार में 34 साल बाद 20 अगस्त 2024 से जमीन का सर्वे शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कौन सा फॉर्म भरें, कौन से कागजात तैयार रखने हैं, सर्वे टीम को क्या दिखाना होगा, ऐसे तमाम तरह के प्रश्न हैं. ऐसे में जानिए कि जमीन सर्वे से पहले आपको कौन-कौन से कागजात तैयार रखने हैं. आवेदक को स्व घोषणा (Self Declaration) के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत है. दादा-परदादा के नाम से जो जमीन है उसे सर्वे से अपने नाम पर कराया जा सकता है. जानिए आपको क्या करना होगा.
जमीन सर्वे के वक्त कौन-कौन से दस्तावेज तैयार रख लेना है अगर इसके बारे में जानें तो बताया जा रहा कि चार-पांच चीजें हैं जिनका ध्यान रखना है. आपको जमीन की रसीद (जिसके नाम से भी हो), रजिस्ट्री की कॉपी, खाता खतियान या पुरानी जो जमीन है उसका नक्शा रखना होगा.
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से इसको लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू की गई है. इसके लिए वेबसाइट भी उपलब्ध है. मोबाइल के प्ले स्टोर से बिहार सर्वे ट्रैकर नाम से एप है उसको डाउनलोड कर सकते हैं और सेवा का लाभ ले सकते हैं. सर्वेक्षण की सारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं. भूमि सर्वे के लिए आपको (आवेदक) अपनी जमीन के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन पत्र (स्व घोषणा पत्र) देना है. स्व घोषणा एवं वंशावली को ऑनलाइन अपलोड करने की भी सुविधा है. इसके लिए एक महीने की तिथि निर्धारित की गई है. जमीन का विवरण प्रपत्र 2 में भरकर जमा करना है. ऑनलाइन के अलावा जिलों में लगे शिविर में जाकर ऑफलाइन प्रक्रिया से भी ये काम कर सकते हैं.
जमीन सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी?
बता दें कि यह जमीन छीनने की प्रक्रिया नहीं है. कहीं कोई झोलझाल नहीं होगा. जो झोलझाल था उसको समाप्त कर दिया जाएगा. जो जमीन आपकी है आपकी बनकर रहे इसके लिए यह किया जा रहा है. इसके अलावा यह भी है कि एक तो है जो सही जमीन है वह सही व्यक्ति के पास चली जाएगी. इसके साथ ही जो जमीन विवाद का मामला आता था वह भी खत्म हो जाए.
= 34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा। =
= ### **विज्ञापन: "सूरजगढ़ हर्बल चाय - सेहत का नया स्वाद!"** =
4ryiwelms60klomq98502iw2qfz8mw2
34772
34771
2024-11-26T13:27:34Z
2401:4900:820A:9E64:F335:F7F2:AB55:BC5A
/* 34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा। */
34772
wikitext
text/x-wiki
= 1.समाचार लेखन =
34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा।
बिहार में 34 साल बाद 20 अगस्त 2024 से जमीन का सर्वे शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कौन सा फॉर्म भरें, कौन से कागजात तैयार रखने हैं, सर्वे टीम को क्या दिखाना होगा, ऐसे तमाम तरह के प्रश्न हैं. ऐसे में जानिए कि जमीन सर्वे से पहले आपको कौन-कौन से कागजात तैयार रखने हैं. आवेदक को स्व घोषणा (Self Declaration) के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत है. दादा-परदादा के नाम से जो जमीन है उसे सर्वे से अपने नाम पर कराया जा सकता है. जानिए आपको क्या करना होगा.
जमीन सर्वे के वक्त कौन-कौन से दस्तावेज तैयार रख लेना है अगर इसके बारे में जानें तो बताया जा रहा कि चार-पांच चीजें हैं जिनका ध्यान रखना है. आपको जमीन की रसीद (जिसके नाम से भी हो), रजिस्ट्री की कॉपी, खाता खतियान या पुरानी जो जमीन है उसका नक्शा रखना होगा.
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से इसको लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू की गई है. इसके लिए वेबसाइट भी उपलब्ध है. मोबाइल के प्ले स्टोर से बिहार सर्वे ट्रैकर नाम से एप है उसको डाउनलोड कर सकते हैं और सेवा का लाभ ले सकते हैं. सर्वेक्षण की सारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं. भूमि सर्वे के लिए आपको (आवेदक) अपनी जमीन के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन पत्र (स्व घोषणा पत्र) देना है. स्व घोषणा एवं वंशावली को ऑनलाइन अपलोड करने की भी सुविधा है. इसके लिए एक महीने की तिथि निर्धारित की गई है. जमीन का विवरण प्रपत्र 2 में भरकर जमा करना है. ऑनलाइन के अलावा जिलों में लगे शिविर में जाकर ऑफलाइन प्रक्रिया से भी ये काम कर सकते हैं.
जमीन सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी?
बता दें कि यह जमीन छीनने की प्रक्रिया नहीं है. कहीं कोई झोलझाल नहीं होगा. जो झोलझाल था उसको समाप्त कर दिया जाएगा. जो जमीन आपकी है आपकी बनकर रहे इसके लिए यह किया जा रहा है. इसके अलावा यह भी है कि एक तो है जो सही जमीन है वह सही व्यक्ति के पास चली जाएगी. इसके साथ ही जो जमीन विवाद का मामला आता था वह भी खत्म हो जाए.
jg01kl34isyx3uhq6ohnxqm63fwriwc
34775
34772
2024-11-26T16:40:39Z
2401:4900:5D8F:BAC8:BACF:2B9F:5B86:7D83
/* 1.समाचार लेखन */
34775
wikitext
text/x-wiki
= 1.समाचार लेखन =
34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा।
बिहार में 34 साल बाद 20 अगस्त 2024 से जमीन का सर्वे शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कौन सा फॉर्म भरें, कौन से कागजात तैयार रखने हैं, सर्वे टीम को क्या दिखाना होगा, ऐसे तमाम तरह के प्रश्न हैं. ऐसे में जानिए कि जमीन सर्वे से पहले आपको कौन-कौन से कागजात तैयार रखने हैं. आवेदक को स्व घोषणा (Self Declaration) के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत है. दादा-परदादा के नाम से जो जमीन है उसे सर्वे से अपने नाम पर कराया जा सकता है. जानिए आपको क्या करना होगा.
जमीन सर्वे के वक्त कौन-कौन से दस्तावेज तैयार रख लेना है अगर इसके बारे में जानें तो बताया जा रहा कि चार-पांच चीजें हैं जिनका ध्यान रखना है. आपको जमीन की रसीद (जिसके नाम से भी हो), रजिस्ट्री की कॉपी, खाता खतियान या पुरानी जो जमीन है उसका नक्शा रखना होगा.
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से इसको लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू की गई है. इसके लिए वेबसाइट भी उपलब्ध है. मोबाइल के प्ले स्टोर से बिहार सर्वे ट्रैकर नाम से एप है उसको डाउनलोड कर सकते हैं और सेवा का लाभ ले सकते हैं. सर्वेक्षण की सारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं. भूमि सर्वे के लिए आपको (आवेदक) अपनी जमीन के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन पत्र (स्व घोषणा पत्र) देना है. स्व घोषणा एवं वंशावली को ऑनलाइन अपलोड करने की भी सुविधा है. इसके लिए एक महीने की तिथि निर्धारित की गई है. जमीन का विवरण प्रपत्र 2 में भरकर जमा करना है. ऑनलाइन के अलावा जिलों में लगे शिविर में जाकर ऑफलाइन प्रक्रिया से भी ये काम कर सकते हैं.
जमीन सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी?
बता दें कि यह जमीन छीनने की प्रक्रिया नहीं है. कहीं कोई झोलझाल नहीं होगा. जो झोलझाल था उसको समाप्त कर दिया जाएगा. जो जमीन आपकी है आपकी बनकर रहे इसके लिए यह किया जा रहा है. इसके अलावा यह भी है कि एक तो है जो सही जमीन है वह सही व्यक्ति के पास चली जाएगी. इसके साथ ही जो जमीन विवाद का मामला आता था वह भी खत्म हो जाए.
= 2.विज्ञापन लेखन =
### **विज्ञापन: "सूरजगढ़ हर्बल चाय - सेहत का नया स्वाद!"**
*दृश्य 1:*
एक परिवार सुबह के समय बगीचे में बैठा है। सूरज उग रहा है। एक प्यारी-सी बच्ची भागते हुए कहती है, "माँ, चाय तैयार है?"
*दृश्य 2:*
माँ मुस्कुराते हुए एक जग में चाय डालती है। कैमरा कप में उड़ती भाप पर ज़ूम करता है। स्क्रीन पर लिखा आता है:
**"सूरजगढ़ हर्बल चाय - हर घूँट में सेहत।"**
*दृश्य 3:*
पिता कहते हैं, "ये सिर्फ चाय नहीं, हमारी सेहत का साथी है!"
*बच्ची बोलती है:* "और स्वाद भी मज़ेदार!"
*दृश्य 4:*
चाय के पत्तों और जड़ी-बूटियों को दिखाते हुए वॉइसओवर:
"सूरजगढ़ हर्बल चाय - तुलसी, अदरक, और ग्रीन टी के गुणों से भरपूर। तनाव भगाए, इम्यूनिटी बढ़ाए।"
*दृश्य 5:*
पूरा परिवार मुस्कुराते हुए चाय का आनंद ले रहा है। स्क्रीन पर लिखा आता है:
**"सूरजगढ़ हर्बल चाय - प्रकृति का उपहार, आपके परिवार के लिए।"**
*स्लोगन:*
**"सेहत भी, स्वाद भी - हर सुबह सूरजगढ़ हर्बल चाय के साथ।"**
*(आखिरी फ्रेम में उत्पाद की पैकिंग दिखाई जाती है, और नीचे एक वॉइसओवर: "आज ही नज़दीकी स्टोर पर पाएँ।")*
= 3.कहानी लेखन =
**जीवन का आईना**
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में रघु नाम का एक किसान रहता था। रघु मेहनती था, लेकिन उसकी आदत थी कि वह हर समय अपनी परेशानियों को लेकर शिकायत करता रहता। "मेरे पास पैसे नहीं हैं," "मेरा खेत सूख रहा है," "मेरे बच्चे पढ़ाई में अच्छे नहीं हैं" - हर दिन बस यही शिकायतें।
गाँव में एक बूढ़ा साधु भी रहता था, जो अपने सादगी भरे जीवन और बुद्धिमानी के लिए जाना जाता था। एक दिन, रघु अपनी परेशानियों का पिटारा लेकर साधु के पास पहुंचा और उनसे मदद की गुहार लगाई।
साधु मुस्कुराए और बोले, "कल सुबह सूरज निकलने से पहले मेरे पास आओ।"
अगली सुबह, रघु साधु के पास पहुँचा। साधु ने उसे एक कांच का आईना दिया और कहा, "इसे लेकर पहाड़ की चोटी तक जाओ। जब तुम वहां पहुँचोगे, तो तुम्हें इसका रहस्य समझ आएगा।"
रघु ने आईना लिया और पहाड़ की चोटी की ओर चल पड़ा। रास्ता मुश्किल था - पत्थरों से भरा हुआ, सूरज की गर्मी झेलनी पड़ी, और कई बार वह गिर भी गया। लेकिन जैसे-तैसे वह चोटी पर पहुँच गया। वहाँ पहुँचकर उसने आईने में देखा।
पहले तो उसने सिर्फ अपना थका हुआ चेहरा देखा। लेकिन फिर ध्यान से देखा, तो उसे अपनी मेहनत और संघर्ष के निशान नजर आने लगे। उसके पसीने से भीगी हुई कमीज, उसके फटे हाथ और उसकी सांसों की तेज धड़कनें - सबने उसे यह एहसास दिलाया कि उसने इस चोटी तक पहुँचने के लिए कितनी मेहनत की।
साधु भी उसके पीछे-पीछे आ पहुँचे और बोले, "अब बताओ, तुम्हें क्या दिखा?"
रघु ने कहा, "मुझे अपना प्रतिबिंब दिखा, और मेरी मेहनत की कहानी भी।"
साधु मुस्कुराए और बोले, "यही जीवन का सत्य है। यह आईना तुम्हें याद दिलाता है कि तुम्हारी समस्याएँ सिर्फ एक दृष्टिकोण हैं। अगर तुम मेहनत करोगे, तो हर कठिनाई को पार कर सकते हो। अपनी परेशानियों पर ध्यान देने के बजाय, अपने प्रयासों पर ध्यान दो। यही जीवन का आईना है।"
उस दिन के बाद रघु ने कभी शिकायत नहीं की। वह अपनी मेहनत पर विश्वास करने लगा और धीरे-धीरे उसकी जिंदगी बेहतर होती चली गई।
**सिख:**
जिंदगी एक आईने की तरह है। यह वही दिखाती है, जो आप करते हैं। अपनी मेहनत और प्रयासों को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाएं, और सफलता आपके कदम चूमेगी।
s8qh5b8oo4se8j469cl1aaijwipa4tg
34776
34775
2024-11-26T16:45:06Z
2401:4900:5D8F:BAC8:BACF:2B9F:5B86:7D83
/* 2.विज्ञापन लेखन */
34776
wikitext
text/x-wiki
= 1.समाचार लेखन =
34 साल बाद, बिहार में भूमि सर्वेक्षण की घोषणा।
बिहार में 34 साल बाद 20 अगस्त 2024 से जमीन का सर्वे शुरू होने जा रहा है. इसको लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. कौन सा फॉर्म भरें, कौन से कागजात तैयार रखने हैं, सर्वे टीम को क्या दिखाना होगा, ऐसे तमाम तरह के प्रश्न हैं. ऐसे में जानिए कि जमीन सर्वे से पहले आपको कौन-कौन से कागजात तैयार रखने हैं. आवेदक को स्व घोषणा (Self Declaration) के लिए किन-किन दस्तावेजों की जरूरत है. दादा-परदादा के नाम से जो जमीन है उसे सर्वे से अपने नाम पर कराया जा सकता है. जानिए आपको क्या करना होगा.
जमीन सर्वे के वक्त कौन-कौन से दस्तावेज तैयार रख लेना है अगर इसके बारे में जानें तो बताया जा रहा कि चार-पांच चीजें हैं जिनका ध्यान रखना है. आपको जमीन की रसीद (जिसके नाम से भी हो), रजिस्ट्री की कॉपी, खाता खतियान या पुरानी जो जमीन है उसका नक्शा रखना होगा.
ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से इसको लेकर ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू की गई है. इसके लिए वेबसाइट भी उपलब्ध है. मोबाइल के प्ले स्टोर से बिहार सर्वे ट्रैकर नाम से एप है उसको डाउनलोड कर सकते हैं और सेवा का लाभ ले सकते हैं. सर्वेक्षण की सारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं. भूमि सर्वे के लिए आपको (आवेदक) अपनी जमीन के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन पत्र (स्व घोषणा पत्र) देना है. स्व घोषणा एवं वंशावली को ऑनलाइन अपलोड करने की भी सुविधा है. इसके लिए एक महीने की तिथि निर्धारित की गई है. जमीन का विवरण प्रपत्र 2 में भरकर जमा करना है. ऑनलाइन के अलावा जिलों में लगे शिविर में जाकर ऑफलाइन प्रक्रिया से भी ये काम कर सकते हैं.
जमीन सर्वे की जरूरत क्यों पड़ी?
बता दें कि यह जमीन छीनने की प्रक्रिया नहीं है. कहीं कोई झोलझाल नहीं होगा. जो झोलझाल था उसको समाप्त कर दिया जाएगा. जो जमीन आपकी है आपकी बनकर रहे इसके लिए यह किया जा रहा है. इसके अलावा यह भी है कि एक तो है जो सही जमीन है वह सही व्यक्ति के पास चली जाएगी. इसके साथ ही जो जमीन विवाद का मामला आता था वह भी खत्म हो जाए.
= 2.विज्ञापन लेखन =
### **विज्ञापन: "सूरजगढ़ हर्बल चाय - सेहत का नया स्वाद!"**
*दृश्य 1:*
एक परिवार सुबह के समय बगीचे में बैठा है। सूरज उग रहा है। एक प्यारी-सी बच्ची भागते हुए कहती है, "माँ, चाय तैयार है?"
*दृश्य 2:*
माँ मुस्कुराते हुए एक जग में चाय डालती है। कैमरा कप में उड़ती भाप पर ज़ूम करता है। स्क्रीन पर लिखा आता है:
**"सूरजगढ़ हर्बल चाय - हर घूँट में सेहत।"**
*दृश्य 3:*
पिता कहते हैं, "ये सिर्फ चाय नहीं, हमारी सेहत का साथी है!"
*बच्ची बोलती है:* "और स्वाद भी मज़ेदार!"
*दृश्य 4:*
चाय के पत्तों और जड़ी-बूटियों को दिखाते हुए वॉइसओवर:
"सूरजगढ़ हर्बल चाय - तुलसी, अदरक, और ग्रीन टी के गुणों से भरपूर। तनाव भगाए, इम्यूनिटी बढ़ाए।"
*दृश्य 5:*
पूरा परिवार मुस्कुराते हुए चाय का आनंद ले रहा है। स्क्रीन पर लिखा आता है:
**"सूरजगढ़ हर्बल चाय - प्रकृति का उपहार, आपके परिवार के लिए।"**
*स्लोगन:*
**"सेहत भी, स्वाद भी - हर सुबह सूरजगढ़ हर्बल चाय के साथ।"**
*(आखिरी फ्रेम में उत्पाद की पैकिंग दिखाई जाती है, और नीचे एक वॉइसओवर: "आज ही नज़दीकी स्टोर पर पाएँ।")*
= 3.कहानी लेखन =
**जीवन का आईना**
एक बार की बात है, एक छोटे से गाँव में रघु नाम का एक किसान रहता था। रघु मेहनती था, लेकिन उसकी आदत थी कि वह हर समय अपनी परेशानियों को लेकर शिकायत करता रहता। "मेरे पास पैसे नहीं हैं," "मेरा खेत सूख रहा है," "मेरे बच्चे पढ़ाई में अच्छे नहीं हैं" - हर दिन बस यही शिकायतें।
गाँव में एक बूढ़ा साधु भी रहता था, जो अपने सादगी भरे जीवन और बुद्धिमानी के लिए जाना जाता था। एक दिन, रघु अपनी परेशानियों का पिटारा लेकर साधु के पास पहुंचा और उनसे मदद की गुहार लगाई।
साधु मुस्कुराए और बोले, "कल सुबह सूरज निकलने से पहले मेरे पास आओ।"
अगली सुबह, रघु साधु के पास पहुँचा। साधु ने उसे एक कांच का आईना दिया और कहा, "इसे लेकर पहाड़ की चोटी तक जाओ। जब तुम वहां पहुँचोगे, तो तुम्हें इसका रहस्य समझ आएगा।"
रघु ने आईना लिया और पहाड़ की चोटी की ओर चल पड़ा। रास्ता मुश्किल था - पत्थरों से भरा हुआ, सूरज की गर्मी झेलनी पड़ी, और कई बार वह गिर भी गया। लेकिन जैसे-तैसे वह चोटी पर पहुँच गया। वहाँ पहुँचकर उसने आईने में देखा।
पहले तो उसने सिर्फ अपना थका हुआ चेहरा देखा। लेकिन फिर ध्यान से देखा, तो उसे अपनी मेहनत और संघर्ष के निशान नजर आने लगे। उसके पसीने से भीगी हुई कमीज, उसके फटे हाथ और उसकी सांसों की तेज धड़कनें - सबने उसे यह एहसास दिलाया कि उसने इस चोटी तक पहुँचने के लिए कितनी मेहनत की।
साधु भी उसके पीछे-पीछे आ पहुँचे और बोले, "अब बताओ, तुम्हें क्या दिखा?"
रघु ने कहा, "मुझे अपना प्रतिबिंब दिखा, और मेरी मेहनत की कहानी भी।"
साधु मुस्कुराए और बोले, "यही जीवन का सत्य है। यह आईना तुम्हें याद दिलाता है कि तुम्हारी समस्याएँ सिर्फ एक दृष्टिकोण हैं। अगर तुम मेहनत करोगे, तो हर कठिनाई को पार कर सकते हो। अपनी परेशानियों पर ध्यान देने के बजाय, अपने प्रयासों पर ध्यान दो। यही जीवन का आईना है।"
उस दिन के बाद रघु ने कभी शिकायत नहीं की। वह अपनी मेहनत पर विश्वास करने लगा और धीरे-धीरे उसकी जिंदगी बेहतर होती चली गई।
**सिख:**
जिंदगी एक आईने की तरह है। यह वही दिखाती है, जो आप करते हैं। अपनी मेहनत और प्रयासों को अपना सबसे बड़ा हथियार बनाएं, और सफलता आपके कदम चूमेगी।
0e1p02twihdmqjcbbyzzqzhckn09nig
रचनात्मक लेखन व्यावहारिक कार्य/3214
0
4110
34773
2024-11-26T14:17:33Z
2401:4900:8840:D302:C012:CB62:1CB8:CF3F
'प्रश्न.1 = हाल ही का विषय प्रति समाचार रिपोर्ट 3 महीने तक 200 शब्द में। प्रश्न 3 -: यात्रा वृतांत (सृजनात्मक) शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी और उत्तर भारत का एक प्रमुख हिल स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
34773
wikitext
text/x-wiki
प्रश्न.1 = हाल ही का विषय प्रति समाचार रिपोर्ट 3 महीने तक 200 शब्द में।
प्रश्न 3 -: यात्रा वृतांत (सृजनात्मक)
शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी और उत्तर भारत का एक प्रमुख हिल स्टेशन, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश राज के समय यह भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था, और आज भी यह पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। मेरे शिमला के यात्रा वृत्तांत में, मैं इस शहर के विभिन्न पहलुओं, उसकी सुंदरता, आकर्षण, और मेरे अनुभवों का विस्तार से वर्णन करूंगा।
मेरी शिमला यात्रा की शुरुआत उस समय हुई जब हम एक ठंडी सुबह दिल्ली से अपनी गाड़ी में रवाना हुए। लगभग आठ घंटे की यात्रा के बाद, जैसे ही हमारी गाड़ी शिमला के घुमावदार रास्तों पर पहुँची, ठंडी हवा का स्वागत हुआ। चारों ओर चीड़ और देवदार के ऊँचे-ऊँचे पेड़, नीला आसमान, और पहाड़ों से बहती ठंडी हवा ने यात्रा की थकान को पलभर में मिटा दिया।
शिमला पहुँचने के बाद, हमने सबसे पहले रिज पर स्थित अपने होटल में चेक-इन किया। रिज शिमला का दिल है, जहां से आप शहर की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। रिज के पास ही प्रसिद्ध जाखू मंदिर स्थित है, जहां भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा है। मंदिर तक जाने के लिए हमें थोड़ी चढ़ाई करनी पड़ी, लेकिन वहाँ से शहर का दृश्य अद्भुत था। ऊँचाई से दिखने वाली शिमला की घाटियाँ और दूर-दूर तक फैले पहाड़ मन को मोह लेते हैं।
इसके बाद हमने माल रोड की ओर रुख किया। माल रोड शिमला का मुख्य शॉपिंग क्षेत्र है, जहां विभिन्न प्रकार की दुकानें, कैफे और रेस्टोरेंट्स हैं। यहाँ हम लोकल हस्तकला वस्तुएँ, गर्म कपड़े, और हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध चाय और जैम खरीदने में व्यस्त रहे। शाम के समय माल रोड पर चलना एक अनूठा अनुभव था, ठंडी हवा, रंग-बिरंगे बल्बों की रोशनी, और हर तरफ चहल-पहल ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया।
अगले दिन हमने कुफरी का दौरा किया, जो शिमला से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कुफरी अपने साहसिक खेलों और बर्फ से ढके परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। वहाँ हमने घुड़सवारी की और एक पहाड़ी से दूसरे पर जाते हुए ट्रैकिंग का मजा लिया। सर्दियों में, कुफरी एक स्कीइंग स्थल के रूप में भी जाना जाता है।
इसके बाद, हमने शिमला के ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया जैसे कि क्राइस्ट चर्च, जो भारत की दूसरी सबसे पुरानी चर्च है। इसकी नियो-गॉथिक वास्तुकला और सटीकता अद्भुत है। हमने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी का भी भ्रमण किया, जिसे पहले वायसरॉय लॉज के नाम से जाना जाता था। इसकी ऐतिहासिक दीवारों के भीतर भारत के विभाजन की योजना तैयार की गई थी। इसका भव्य भवन और अद्वितीय संग्रहालय अपने आप में इतिहास का साक्षी है।
शिमला में बिताए गए दिन और रातें मेरे लिए अविस्मरणीय रहीं। सुबह की हल्की-हल्की धूप, सर्द हवा में नाश्ते की चाय, और रात में बर्फीली हवाओं के बीच टहलते हुए मौसम का आनंद लेना, ये सभी अनुभव मेरी यादों में अमिट रहेंगे। शिमला की शांत और सुंदरता भरी वादियों में प्रकृति के साथ बिताए पल मेरे जीवन के सबसे मधुर अनुभवों में से एक हैं।
शिमला की यात्रा न केवल मनोरंजन और सुकून का अवसर थी, बल्कि इसने हमें प्रकृति के करीब आने और हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को समझने का भी मौका दिया। इस यात्रा ने हमें एहसास दिलाया कि हमारे देश के हर कोने में एक विशेषता है, जो अपने आप में अद्वितीय और विशेष है।
1pd8ppzga6qdip2iqggjns1g57vrexf
34774
34773
2024-11-26T14:19:15Z
2401:4900:8840:D302:C012:CB62:1CB8:CF3F
34774
wikitext
text/x-wiki
3 -: यात्रा वृतांत (सृजनात्मक)
शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी और उत्तर भारत का एक प्रमुख हिल स्टेशन, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और मनमोहक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। ब्रिटिश राज के समय यह भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था, और आज भी यह पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है। मेरे शिमला के यात्रा वृत्तांत में, मैं इस शहर के विभिन्न पहलुओं, उसकी सुंदरता, आकर्षण, और मेरे अनुभवों का विस्तार से वर्णन करूंगा।
मेरी शिमला यात्रा की शुरुआत उस समय हुई जब हम एक ठंडी सुबह दिल्ली से अपनी गाड़ी में रवाना हुए। लगभग आठ घंटे की यात्रा के बाद, जैसे ही हमारी गाड़ी शिमला के घुमावदार रास्तों पर पहुँची, ठंडी हवा का स्वागत हुआ। चारों ओर चीड़ और देवदार के ऊँचे-ऊँचे पेड़, नीला आसमान, और पहाड़ों से बहती ठंडी हवा ने यात्रा की थकान को पलभर में मिटा दिया।
शिमला पहुँचने के बाद, हमने सबसे पहले रिज पर स्थित अपने होटल में चेक-इन किया। रिज शिमला का दिल है, जहां से आप शहर की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। रिज के पास ही प्रसिद्ध जाखू मंदिर स्थित है, जहां भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा है। मंदिर तक जाने के लिए हमें थोड़ी चढ़ाई करनी पड़ी, लेकिन वहाँ से शहर का दृश्य अद्भुत था। ऊँचाई से दिखने वाली शिमला की घाटियाँ और दूर-दूर तक फैले पहाड़ मन को मोह लेते हैं।
इसके बाद हमने माल रोड की ओर रुख किया। माल रोड शिमला का मुख्य शॉपिंग क्षेत्र है, जहां विभिन्न प्रकार की दुकानें, कैफे और रेस्टोरेंट्स हैं। यहाँ हम लोकल हस्तकला वस्तुएँ, गर्म कपड़े, और हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध चाय और जैम खरीदने में व्यस्त रहे। शाम के समय माल रोड पर चलना एक अनूठा अनुभव था, ठंडी हवा, रंग-बिरंगे बल्बों की रोशनी, और हर तरफ चहल-पहल ने माहौल को और भी जीवंत बना दिया।
अगले दिन हमने कुफरी का दौरा किया, जो शिमला से लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कुफरी अपने साहसिक खेलों और बर्फ से ढके परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है। वहाँ हमने घुड़सवारी की और एक पहाड़ी से दूसरे पर जाते हुए ट्रैकिंग का मजा लिया। सर्दियों में, कुफरी एक स्कीइंग स्थल के रूप में भी जाना जाता है।
इसके बाद, हमने शिमला के ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया जैसे कि क्राइस्ट चर्च, जो भारत की दूसरी सबसे पुरानी चर्च है। इसकी नियो-गॉथिक वास्तुकला और सटीकता अद्भुत है। हमने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी का भी भ्रमण किया, जिसे पहले वायसरॉय लॉज के नाम से जाना जाता था। इसकी ऐतिहासिक दीवारों के भीतर भारत के विभाजन की योजना तैयार की गई थी। इसका भव्य भवन और अद्वितीय संग्रहालय अपने आप में इतिहास का साक्षी है।
शिमला में बिताए गए दिन और रातें मेरे लिए अविस्मरणीय रहीं। सुबह की हल्की-हल्की धूप, सर्द हवा में नाश्ते की चाय, और रात में बर्फीली हवाओं के बीच टहलते हुए मौसम का आनंद लेना, ये सभी अनुभव मेरी यादों में अमिट रहेंगे। शिमला की शांत और सुंदरता भरी वादियों में प्रकृति के साथ बिताए पल मेरे जीवन के सबसे मधुर अनुभवों में से एक हैं।
शिमला की यात्रा न केवल मनोरंजन और सुकून का अवसर थी, बल्कि इसने हमें प्रकृति के करीब आने और हिमाचल प्रदेश की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को समझने का भी मौका दिया। इस यात्रा ने हमें एहसास दिलाया कि हमारे देश के हर कोने में एक विशेषता है, जो अपने आप में अद्वितीय और विशेष है।
e4h2x9oxw3i9ujbgwzsax37tn2xiv8x
22/2239
0
4111
34777
2024-11-26T16:45:16Z
2401:4900:1C54:39A9:41DF:D216:A011:D11E
'= 1. समाचार लेखन = IPL 2025 का आयोजन अगले साल होगा जिसके लिए सभी फ्रैंचाइजी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं। इस साल मेगा ऑक्शन होना है जिससे पहले सभी टीमों को रिटेन किए जाने व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
34777
wikitext
text/x-wiki
= 1. समाचार लेखन =
IPL 2025 का आयोजन अगले साल होगा जिसके लिए सभी फ्रैंचाइजी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटी हैं। इस साल मेगा ऑक्शन होना है जिससे पहले सभी टीमों को रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों के नाम का ऐलान करना होगा।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की गवर्निंग काउंसलि ने हाल ही में रिटेंशन पॉलिसी को लेकर बड़ा ऐलान किया। IPL मेगा ऑक्शन से पहले फैसला लिया गया कि 10 फ्रेंचाइजी को अपनी पिछली टीम से अधिकतम 6 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति होगी जिसमें ऑक्शन का एक राइट टू मैच (RTM) कार्ड भी शामिल होगा। इसके बाद अब अटकलें लगाई जाने लगी हैं कि टीमें किस-किस खिलाड़ी को रिटेन कर सकती है। इस बीच दिल्ली कैपिटल्स की ओर से बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है। दरअसल, दिल्ली कैपिटल्स ने संकेत दे दिए हैं कि वो किस-किस खिलाड़ी को रिटेन करने जा रहे हैं। दिल्ली के मालिक पार्थ जिंदल ने साफ किया है कि आगामी सीजन के लिए कप्तान ऋषभ पंत को रिटेन किया जाएगा।
हरियाणा के हिसार में एक कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए दिल्ली कैपिटल्स के सह-मालिक पार्थ जिंदल ने कप्तान और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के नाम की पुष्टि की, साथ ही कुछ अन्य नामों के बारे में भी बताया जिन पर चर्चा होगी। पार्थ जिंदल ने कहा कि वह निश्चित रूप से पंत को रिटेन करेंगे। उनकी टीम में कुछ बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। नियम अभी आए हैं, इसलिए जीएमआर और टीम क्रिकेट निदेशक सौरव गांगुली के साथ चर्चा के बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंत को रिटेन किया जाएगा।
= 2. कहानी =
माँ की कहानी एक ऐसी कहानी है जो हर किसी के दिल को छू जाती है। यह कहानी एक माँ की ममता, त्याग और प्रेम की कहानी है।
मेरी माँ एक साधारण औरत थीं, लेकिन उनकी ममता और प्रेम की कोई सीमा नहीं थी। वह हमेशा हमारे लिए तैयार रहती थीं, चाहे वह हमारी पढ़ाई के लिए हो या हमारे खाने के लिए।
मेरी माँ ने मुझे और मेरे भाई-बहनों को बहुत ही प्यार और ममता से पाला। वह हमेशा हमारे साथ रहती थीं, चाहे हम कहीं भी जाएं। वह हमारी हर जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार रहती थीं।
मेरी माँ ने मुझे बहुत ही अच्छे मूल्यों की शिक्षा दी। वह हमेशा मुझे सच्चाई, ईमानदारी और मेहनत की महत्ता के बारे में बताती थीं। वह मुझे हमेशा यह याद दिलाती थीं कि मैं जो कुछ भी हासिल करूं, वह मेरी मेहनत और लगन के कारण ही होगा।
मेरी माँ ने मुझे बहुत ही अच्छी शिक्षा दिलवाई। वह हमेशा मेरी पढ़ाई में मेरी मदद करती थीं और मुझे अच्छे ग्रेड प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती थीं।
मेरी माँ ने मुझे बहुत ही अच्छे संस्कार दिए। वह हमेशा मुझे यह याद दिलाती थीं कि मैं अपने परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझूं और उनका पालन करूं।
मेरी माँ की ममता और प्रेम की कोई सीमा नहीं थी। वह हमेशा मेरे लिए तैयार रहती थीं, चाहे मुझे कोई भी समस्या हो। वह मुझे हमेशा यह याद दिलाती थीं कि मैं कभी भी हार नहीं माननी चाहिए और मुझे हमेशा अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ना चाहिए।
आज मैं जो कुछ भी हूं, वह मेरी माँ की ममता और प्रेम के कारण ही हूं। मैं अपनी माँ को बहुत ही प्यार करता हूं और मैं हमेशा उनकी ममता और प्रेम के लिए आभारी रहूंगा।
माँ की कहानी एक ऐसी कहानी है जो हमें यह याद दिलाती है कि माँ की ममता और प्रेम की कोई सीमा नहीं होती। यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि माँ की ममता और प्रेम के बिना हम कुछ भी नहीं हो सकते
= 3. विज्ञापन लेखन =
कार विज्ञापन!
नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं? तो यहाँ कुछ आकर्षक विकल्प हैं:
ह्युंडई क्रेटा
- कीमत: 10 लाख से 15 लाख रुपये
- फीचर्स: 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन, 6 एयरबैग, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम
- ऑफर: 50,000 रुपये की छूट और 5 साल की वारंटी
मारुति सुजुकी ब्रेज़ा
- कीमत: 7 लाख से 10 लाख रुपये
- फीचर्स: 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन, 6 एयरबैग, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम
- ऑफर: 30,000 रुपये की छूट और 3 साल की वारंटी
टाटा नेक्सन
- कीमत: 6 लाख से 9 लाख रुपये
- फीचर्स: 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन, 6 एयरबैग, टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम
- ऑफर: 20,000 रुपये की छूट और 3 साल की वारंटी
इन विकल्पों में से कौन सी कार आपको सबसे अच्छी लगती है?
qiyz9r92iwuizgm2fg54jnu4ne2so9w
रचनात्मक लेखन व्यावहारिक कार्य/2238
0
4112
34778
2024-11-26T16:54:02Z
2401:4900:1C54:39A9:41DF:D216:A011:D11E
'= 1. समाचार लेखन = डिजटल श ा:तकनीक वकासकसाथश ाकानयादौर डिजटल श ाआजकयगमएकमहवपणमदाबनगयाह,खासकरCOVID-19महामारकबाद,िजसन पारपरक श ा णालकोचनौतीदह।जहाएकतरफयहतकनीकसमाधानछा कल...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
34778
wikitext
text/x-wiki
= 1. समाचार लेखन =
डिजटल श ा:तकनीक वकासकसाथश ाकानयादौर डिजटल श ाआजकयगमएकमहवपणमदाबनगयाह,खासकरCOVID-19महामारकबाद,िजसन पारपरक श ा णालकोचनौतीदह।जहाएकतरफयहतकनीकसमाधानछा कलएनईसभावनाओक वार खोल रहा ह, वहदसरतरफ इसककई सामािजक और मानसक भाव भी सामनआरहह। डिजटल श ाकबढ़तीमांग आजकदौरम, माटफोन, लपटॉप, और इटरनट कनि टवटकमा यमसश ासलभहोगईह।यहछा को कसी भी जगह स, कसी भी समयपढ़ाई करनकआज़ाददताह।वचअलक ाओ,ऑनलाइनकोस,और डिजटल लाइ रकमा यमसश ाकोअधक भावीऔर यि तगतबनानका यासकयाजारहाह।इसस वछा भी श ाकालाभउठासकतहजो वभनकारणसवयालयनहजासकत। श ाकगणव ाऔरपहच डिजटल श ानश ाकपहचकोबहतहदतकबढ़ायाह।दरथ ामीण म,जहा कलककमीया श कककमीहोतीह,वहाऑनलाइनश ाननईउमीदजगाईह।ऑनलाइनसाम ीकगणव ालगातार सधार रहह, िजससछा को उचगणव ावाल श ा मलरहह। डिजटल श ाकलाभऔरचनौतया हालाक डिजटल श ाककईलाभह,लकनइसककछनकारामकप भीह। 1. मानसक भाव: लबसमयतक नकसामनबठनसबचकमानसकऔरशार रक वा यपर भाव पड़ता ह। इसकअलावा, बचम यानक तकरनकसमयाभीदखीजारहह। 2. सामािजक सपकमकमी: पारपरक क ाओमसाथयकसाथहोनवालसामािजक सपकसबचम आमववासऔरसामािजककौशलवकसतहोतह।लकनऑनलाइनश ामयहसभवनहहोपाता, िजससबचमअकलापनऔरतनावबढ़नकसभावनारहतीह। 3. तकनीकअसमानता: सभी छा कपास इटरनट कनशनया डिजटलउपकरणनहहोत, िजससडिजटल श ाकालाभसभीतकसमान पसनहपहचपाता।यहआथकअसमानताकोभीउजागरकरताह। भवयक दशा डिजटल श ाकओरबढ़नाआवयकह,लकनइससतलत पसअपनानाऔरइसकासमावशी वकास सनिचतकरनाभी ज र ह।सरकारऔरश णसथानकोइसबातपर यानदनाचाहएकडिजटल श ामतकनीकऔरसामािजकसतलनबनारह।इसकलएहाइ डश ामॉडलएकबहतर वकपहो सकता ह, िजसमऑनलाइन और ऑफलाइनदोनमा यमकोशामलकयाजाए। डिजटल श ा निचत पसएक ातकार बदलावह,जोहमारश कभवयकोनएआयामदसकताह, बशतकइससह दशामलागकयाजाए
= 2. कविता =
सवधान का समान सवधान कबातनराल, हर अधकार मइसकलाल। हममलहहक़हमार, जीवन मउिजयारा सार। बाबा साहब नराह दखाई, हर पीढ़नयहदहराई। सवधान कनींव थी गहर, हर शदम यायक याहबहर। हर यि तको मलअधकार, सबमहो मकासचार। जात-पात का भद मटाए, समानता का दप जलाए। समानता, वतं ता कसरत, सवधान कयहमरत। सघषसयहपाया था, सचमभारत का साया था। आओमलकरकर ण, सवधान का मान रखहम। समाज म यायलाए, सपनकाभारत बनाए
= 3. विज्ञापन लेखन =
वज्ञापन: "प्रवाह- आपकी िजदगी की नई दशा" (पष्ठ पर चमचमाती, आधनक डजाइन वाली कार "प्रवाह" की छव। कार एक खबसरत घाटी कबीच सड़क पर ह। बकग्राउड मसरज की करणऔरताजगी भरा माहौल।) स ्लोगन: "हर सफर का साथी, हर मोड़ पर प्रवाह।" मख्यहाइलाइट्स: डजाइन मउत्कष्टता: वायगतकीय शप और आकषक लक। बहतरीन परफॉमस: पावरफल इजन जो हर सड़क पर राज कर। फ ्यल एफशएसी: लबी दरी का भरोसा, कम ईंधन मज्यादा सफर। स ्माटटक्नोलॉजी: उन्नत इफोटनमट सस्टम और कनक्टड ड्राइवग। पणसरक्षा: एटी-लॉक ब्रकग सस्टम (ABS), एयरबग्स, और क्रश ससग फीचस। टगलाइन: "अब सफर नही, हर पल का आनद।" (कार कइटीरयर की तस्वीर- लग्ज़री सीट, डिजटल डशबोड, और स्टाइलश स्टीयरग व्हील।) "प्रवाह" क्यों चन? 1. सकनभरी यात्रा: स्पशयस इटीरयर और प्रीमयम कम्फट। 2. फ्यचर-रडी टक्नोलॉजी: वॉइस कमांड्स, जीपीएस नवगशन, और स्माटफोन कनिक्टवटी। 3. शानदार माइलज: शहर और हाइवदोनों कलए बस्ट। 4. आपकबजटम: कफायती कीमत औरआकषकफाइनसगवकल्प। अभी बक करऔरपाए: पहल500 ग्राहकों कलए 3साल की मफ्तसवस। फ ् री एक्ससरीज कट। शोरूम पर आइए औरखदअनभवकर'प्रवाह' का जाद! सपककर: 1800-XYZ-123 "प्रवाह: हर पल को बनाए खास।
dbv43yqu3lzvjdt4p06f1t5jkbu0g8v