बिहार

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

बिहार

भारत के मानचित्र पर बिहार

भारत के प्रान्त
राजधानी पटना
सबसे बड़ा शहर पटना
जनसंख्या 8,28,78,796
 - घनत्व 880 /कीमी²
क्षेत्रफल 94,164 कीमी² 
 - जिले 37
राजभाषा(एँ) हिन्दी, उर्दू, अंगिका, भोजपुरी, मगही, मैथिली
प्रतिष्ठा 1912
 - राज्यपाल आर. एस. गवाई
 - मुख्य मन्त्री नितिश कुमार
 - विधानसभा द्विसदन
आइएसओ संक्षेप IN-BR
www.gov.bih.nic.in

बिहार भारत का एक प्रान्त है । बिहार की राजधानी पटना है । बिहार के उत्तर में नेपाल है, पश्चिम में उत्तर प्रदेश है और दक्षिण में झारखन्ड है । इसका नाम बौद्ध विहारों का विकृत रूप माना जाता है । यह क्षेत्र गंगा तथा उसकी सहायक नदियों के मैदानों में बसा है । प्राचीन काल के विशाल साम्राज्यों का गढ़ रहा यह प्रदेश वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था के सबसे पिछड़े योगदाताओं में से एक गिना जाता है ।

अनुक्रमणिका

[बदलें] इतिहास

बिहार का ऐतिहासिक नाम मगध है । बिहार की राजधानी पटना का ऐतिहासिक नाम पाटलिपुत्र है ।

[बदलें] प्राचीन काल

प्राचीन काल में मगध का साम्राज्य देश के सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक था । यहां से मौर्य वंश, गुप्त वंश तथा अन्य कई राजवंशो ने देश के अधिकतर हिस्सों पर राज किया । मौर्य वंश के शासक सम्राट अशोक का साम्राज्य पश्चिम में अफ़ग़ानिस्तान तक फैला हुआ था । मौर्य वंश का शासन 325 ईस्वी पूर्व से 185 ईस्वी पूर्व तक रहा । छठी और पांचवीं सदी इसापूर्व में यहां बौद्ध तथा जैन धर्मों का उद्भव हुआ । अशोक ने, बौद्ध धर्म के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसने अपने पुत्र महेन्द्र को बौद्ध धर्म के प्रसार के लिए श्रीलंका भैजा । उसने उसे पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) के एक घाट से विदा किया जिसे महेन्द्र के नाम पर में अब भी महेन्द्रू घाट कहते हैं । बाद में बौद्ध धर्म चीन तथा उसके रास्ते जापान तक पहुंच गया ।

[बदलें] मध्यकाल

बारहवीं सदी में बख़्तियार खिलजी ने बिहार पर अधिपत्य जमा लिया ।उसके बाद मगध देश की प्रशासनिक राजधानी नहीं रहा । जब शेरशाह सूरी ने, सोलहवीं सदी में दिल्ली के मुगल बाहशाह हुमांयु को हराकर दिल्ली की सत्ता पर कब्जा किया तब बिहार का नाम पुनः प्रकाश में आया पर यह अधिक दिनो तक नहीं रह सका । अकबर ने बिहार पर कब्जा कर बिहार का बंगाल में विलय कर दिया । इसके बाद बिहार के सत्ता की बागडोर बंगाल के नबाबों के हाथ चली गई ।

[बदलें] आधुनिक काल

1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । 1912 में बंगाल विभाजन के फलस्वरूप बिहार नाम का राज्य अस्तित्व में आया । 1935 में उड़ीसा इससे अलग कर दिया गया । स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बिहार के चंपारण के विद्रोह को, अंग्रेजों के खिलाफ बग़ावत फैलाने में अग्रगण्य घटनाओं में से एक गिना जाता है । स्वतंत्रता के बाद बिहार का एक और विभाजन हुआ और सन् 2000 में झारखंड राज्य इससे अलग कर दिया गया ।

[बदलें] भौगोलिक दशा

 बिहार का उपग्रह द्वारा लिया गया चित्र
बिहार का उपग्रह द्वारा लिया गया चित्र


झारखंड के अलग हो जाने के बाद बिहार की भूमि मुख्यतः मैदानी है ।गंगा नदी राज्य के लगभग बीचों बीच होकर बहती है । उत्तर बिहार कोशी, गंडक, सोन और उनकी सहायक नदियों का समतल मैदान है ।

बिहार के उत्तर में हिमालय पर्वत श्रेणी (नेपाल) है तथा दक्षिण में छोटानागपुर पठार (जिसका हिस्सा अब झारखंड है ) । उत्तर से कई नदियां तथा जलधाराएं बिहार होकर प्रवाहित होती है और गंगा में विसर्जित होती हैं । इन नदियों में, वर्षा में बाढ़ एक बड़ी समस्या है ।

राज्य का औसत तापमान गृष्म ऋतु में 35-45 डिग्री सेल्सियस तथा जाड़े में 5-15 डिग्री सेल्सियस रहता है । जाड़े का मौसम नवंबर से मध्य फरवरी तक रहता है । अप्रैल में गृष्म ऋतु आरंभ हो जाती है जो जुलाई के मध्य तक चलती है । जुलाई-अगस्त में वर्षा ऋतु का आगमन होता है जिसका अवसान अक्टूबर में होने के साथ ही ऋतु चक्र पूरा हो जाता है ।

उत्तर में भूमि प्रायः सर्वत्र कृषियोग्य है । धान, गेंहू, दलहन, मक्का, तिलहन तथा कुछ फलों की खेती की जाती है ।

[बदलें] संस्कृति

बिहार की संस्कृति मैथिल, मगही, भोजपुरी तथा अंग संस्कृतियों का मिश्रण है । नगरों तथा गांवों का संस्कृति में अधिक फर्क नहीं है । नगरों के लोग भी पारंपरिक रीति रिवाजों का पालन करते हैैं । प्रमुख पर्वों में दशहरा, दिवाली, होली, मुहर्रम, ईद तथा क्रिसमस हैं । सिक्खों के दसवें गुरु गोबिन्द सिंह जी का जन्म स्थान होने के कारण पटना में उनकी जयन्ती पर भी भारी श्रद्धार्पण देखने को मिलता है ।

[बदलें] जातिवाद

जातिवाद बिहार की राजनीति तथा आमजीवन का अभिन्न अंग रहा है । पिछले कुछ वर्षों में इसका विराट रूप सामने आया था । वर्तमान में काफी हद तक यह भेदभाव कम हो गया है । इस जातिवाद के दौर की एक ख़ास देन है - अपना उपनाम बदलना । जातिवाद के दौर में कई लोगों ने अपने नाम से जाति स्पष्ट न हो इसके लिए अपने बच्चों के उपनाम बदल कर एक संस्कृत नाम रखान आरंभ कर दिया । इसके फलस्वरूप कई लोगों का वास्तविक उपनाम शर्मा,मिश्र, वर्मा, झा, सिन्हा, श्रीवास्तव, राय इत्यादि से बदलकर प्रकाश, सुमन, प्रभाकर, रंजन, भारती इत्यादि हो गया ।

फिल्मों की लोकप्रियता बहुत अधिक है । फिल्मों के संगीत भी बहुत पसन्द किये जाते हैं । मुख्य धारा हिन्दी फिल्मों के अलावा भोजपुरी ने भी अपना प्रभुत्व जमाया है । मैथिली तथा अन्य स्थानीय सिनेमा भी लोकप्रिय हैं । अंग्रेजी फिल्म नगरों में ही देखा जाता है ।

[बदलें] शादी

शादी विवाह के दौरान हीं प्रदेश की सांस्कृतिक प्रचुरता स्पष्ट होती है । शादी में बारात तथा जश्न की सीमा समुदाय तथा उनकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है । लोकगीतों के गायन का प्रचलन लगभग सभी समुदाय में हैं । आधुनिक तथा पुराने फिल्म संगीत भी इन समारोहों में सुनाई देते हैं । सादी के दौरान शहनाई का बजना आम बात है । इस वाद्ययंत्र को लोकप्रिय बनाने में बिस्मिल्ला खान का नाम सर्वोपरि है, उनका जन्म बिहार में ही हुआ था ।

[बदलें] खानपान

बिहार अपने खानपान की विविधता के लिए प्रसिद्ध है । शाकाहारी तथा मांसाहारी दोनो व्यंजन खाये जाते हैं । खाजा, मोतीचूर का लड्डू, सत्तू, लिट्टी-चोखा यहां के स्थानीय व्यंजनों में आते हैं ।

[बदलें] खेल

क्रिकेट भारत के अन्य कई जगहों की तरह यहां भी सर्वाधिक लोकप्रिय है । इसके अलावा फुटबॉाल, हाकी, टेनिस और गोल्फ भी पसन्द किया जाता है । बिहार का अधिकांश हिस्सा ग्रामीण होने के कारण पारंपरिक भारतीय खेल, जैसे कबड्डी, गुल्लीडंडा, गुल्ली (कंची) बहुत लोकप्रिय हैं ।

[बदलें] आर्थिक स्थिति

देश के सबसे पिछड़े औद्योगिक क्षेत्रों में से एक बिहार के लोगों का मुख्य आयस्रोत कृषि है । इसके अतिरिक्त असंगठित व्यापार, सरकारी नौकरियां तथा छोटे उद्योग धंधे भी आय के स्रोत हैं । पिछले कुछ दशकों में बेरोजगारी बढ़ने से आपराधिक मामलों में वृद्धि आई है और जबरन पैसावसूली (जिसे स्थानीय रूप से रंगदारी कहते है), अपहरण तथा लूट जैसे धंधे भी लोगों की कमाई का साधन बन गए हैं ।

[बदलें] शिक्षा

एक समय बिहार शिक्षा के प्रमुख केन्द्रों में से एक माना जाता था । पिछले कुछ दिनों में शैक्षणिक संस्थानों में राजनीति तथा अकर्मण्यता के प्रवेश करने से शिक्षा के स्तर में गिरावट आई है ।

[बदलें] विश्वविद्यालय

बिहार के विश्वविद्यालय :

[बदलें] बिहार के जिले

मुख्य पृष्ठ: बिहार के जिले

[बदलें] दर्शनीय स्थल

निम्न स्थल पटना के दार्शनिक स्थल है

[बदलें] अन्य दर्शनीय स्थान

  • राजगृह बौध धर्म का एक प्रमुख दार्शनीक स्थल है।
  • बोधगया बौध धर्म मानने वालो का सबसे प्रमुख दार्शनिक स्थल है।

[बदलें] बिहार के प्रसिद्ध व्यक्ति

[बदलें] स्वतंत्रता संग्राम

[बदलें] साहित्य

[बदलें] राजनीति

[बदलें] संगीत

[बदलें] मनोरंजन

  • शेखर सुमन
  • शत्रुघ्न सिन्हा

[बदलें] बाहरी कडियाँ


भारतीय संघ के राज्य Flag of India
अरुणाचल प्रदेश | असम | उत्तर प्रदेश | उत्तरांचल | उड़ीसा | आंध्र प्रदेश | कर्नाटक | केरला | गोआ | गुजरात | छत्तीसगढ़ | जम्मू और कश्मीर | झारखंड | तमिलनाडू | त्रिपुरा | दिल्ली | नागालैंड | पश्चिम बंगाल | पंजाब | बिहार | मणिपुर | मध्य प्रदेश | महाराष्ट्र | मिज़ोरम | मेघालय | राजस्थान | सिक्किम | हरियाणा | हिमाचल प्रदेश
केन्द्रीय सरकार द्वारा शासित संघ-शासित प्रदेश: अंदमान और निकोबार द्वीप | चंडीगढ़ | दमन और दीव | दाद्रा और नगर हवेली | पॉण्डिचेरी | लक्षद्वीप


The Flag of India, adopted on July 22, 1947.
भारत के प्रान्त और संघ राज्यक्षेत्र
प्रान्त आंध्र प्रदेशअरुणाचल प्रदेशअसमबिहारछत्तीसगढ़गोआगुजरातहरियाणाहिमाचल प्रदेशजम्मू और कश्मीरझारखंडकर्नाटककेरलामध्य प्रदेशमहाराष्ट्रमणिपुरमेघालयमिज़ोरमनागालैंडउड़ीसापंजाबराजस्थानसिक्किमतमिल नाडुत्रिपुराउत्तराखण्डउत्तर प्रदेशपश्चिम बंगाल
संघ राज्यक्षेत्र अंदमान और निकोबार द्वीपचंडीगढ़दादरा और नागर हवेलीदिल्लीदमन और दीवलक्षद्वीपपॉण्डिचेरी