भारत के श्रेष्ठ शिक्षा संस्थान

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किसी भी देश का विकास का उस देश में संस्थाओं के विकास और उनकी स्थिति से सीधा सम्बन्ध है। इन संस्थाओं में भी शिक्षा-संस्थाओं का महत्व सबसे अधिक है।

भारत ने प्राचीन काल से ही शिक्षा का महत्व समझ लिया था। हमारी मान्यता रही है कि विद्या रूपी धन सभी धनों में प्रधान है। प्राचीन काल में प्रचलित गुरुकुल पद्धति और तक्षशिला और नालन्दा आदि विश्वविद्यालय इसके साक्षात् प्रमाण हैं। शिक्षा को मिले महत्व के कारण ही भारत विश्व गुरू कहलाता था।

वैसे तो भारत में लखों की संख्या में शैक्षणिक संस्थायें हैं, किन्तु उनमें से कुछ को बहुत ही सम्मानपूर्ण स्थान प्राप्त हैं। इन संस्थानों में प्रवेश पा लेना बहुत सम्मान की बात मानी जाती है। इन संस्थानों में प्रवेश आजकल कठिन प्रतियोगी परिक्षाओं के आधार पर दिया जाता है।

प्रायः निम्नलिखित शिक्षा-संस्थानों को भारत में आजकल सर्वश्रेष्ठ और प्रतिष्ठित माना जाता है: