जातक और होरा में अभेद

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  • जातकमिति प्रसिद्धं यल्लोके तदिह कीत्यर्ते होरा,अथवा दैवविमर्शनपर्याय: खल्वयं शब्द: ॥सारावली
  • जो कि संसार में प्रसिद्ध जातक शास्त्र है,वही होरा शास्त्र है,अथवा होरा यह शब्द भाग्य विचार का पर्यायवाची है.
  • सारांश:-भदावरी ज्योतिष सबसे पहले हमें जातक शब्द को पहिचानना चाहिये,इसका शब्दार्थ ज यानी जन्म,और तक विश्लेषण की स्थिति समय सीमा,का नाम ही जातक (जन्मने वाला) कहा जा सकता है,जब जन्म के समय की व्याख्या करनी है,तो होरा की व्याख्या करनी जरूरी भी है,और यही बात समान्तर से दोनो शब्दों मे मिलती है.