७३वां संविधान संशोधन अधिनियम, १९९२ (पंचायती राज)

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

स्थानिय स्वशासन की द्र्ष्टि दे यह संशोधन अधिनियम सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं । इस संशोधन अधिनियम के द्वारा पंचायतो के गठन को संवैधानिक मान्यता प्रदान की गई हैं । इस संशोधन अधिनियम के द्वारा संविधान में एक नवीन भाग अथार्त भाग ९ जोड़ा गया जो पंचायतो के विषय में हैं । संविधान के इस भाग में २४३, २४३क से २४३ण तक के अनुच्छेद हैं |

भारतीय संविधान संशोधन अधिनियम Flag of India
पहला संविधान संशोधन अधिनियम, १९५१| दूसरा संविधान संशोधन अधिनियम, १९५२ | तीसरा संविधान संशोधन अधिनियम, १९५४ | चतुर्थ संविधान संशोधन अधिनियम, १९५५ | पांचवा संविधान संशोधन अधिनियम, १९५५ | छटवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९५६ | सातवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९५६ | आठवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६० | नवम् संविधान संशोधन अधिनियम, १९६० | दसवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६१ | ग्यारहवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६१ | बारहवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६२ | तेरहवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६२ | चौदवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६२ | पन्द्रहवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६३ | सोलहवां संविधान संशोधन अधिनियम, १९६३ | ७३वां संविधान संशोधन अधिनियम, १९९२ (पंचायती राज) | ८६वां संविधान संशोधन अधिनियम (शिक्षा)