बेतूल जिला

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बैतूल


बैतूल जिला मध्य प्रदेश के दक्षिण में स्थित है। यह सतपुड़ा पर्वत के पठार पर स्थित है। यह सतपुड़ा श्रेणी की संपूर्ण चौड़ाई को घेरे हुए है। जो नर्मदा घाटी और उसके दक्षिण के मैदान तक फैला है। यह भोपाल संभाग को दक्षिणी छोर से छूता है। इस जिले का नाम छोटे से कस्बे बैतूल बाजार के नाम से जाना जाता है और जिला मुख्यालय से लगभग 5 किलो मीटर की दूरी पर है। मराठा शासन और अंग्रेजों के शासन के प्रारंभ में भी बैतूल बाजार जिला मुख्यालय था।


समुद्र तल से ऊंचाईः 2000 फीट

मुख्य उद्योग:

मेसर्स बैतूल आयल मिल एवं फ्लोर मिल कोसमी इंडस्ट्रीज एरिया, बैतूल
मेसर्स मध्यवार्ता एक्स-आयल लिमिटेड, कोसमी इंडस्ट्रीज एरिया, बैतूल
मेसर्स आदिश्वर आयल एवं  फेट्स लिमिटेड चौथिया, मुलताई बैतूल
मेसर्स बैतूल टायर एवं ट्यूब इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड
मेसर्स वेयरवेल टायर- ट्यूब इंडस्ट्रीज बैतूल. 

संग्रहालय:



शैक्षणिक संस्थाएः

जयवंती हक्सर स्नातकोत्तर महाविद्यालय बैतूल भोपाल फोन 222244.
शासकीय गर्ल्स डिग्री कालेज बैतूल भोपाल फोन 233071
शासकीय डिग्री कालेज आमला फोन 285222 


आकर्षक स्थलः


दर्शनीय स्थलः

काजिली एवं कानीगिया, मुक्तागिरी, भैंसदेही। 


होटलः



ऐतिहासिक तथ्यः

मराठाओं ने यह जिला 1818 में ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंप दिया। 1826 में विधिवत रूप से यह ब्रिटिश अधिकार में चला गया।   1861 में यह सागर और नर्बदा प्रांत में चला गया। बैतूल जिला नर्बदा संभाग के अंतर्गत आता था। ब्रिटिश सेना ने मुलताई में छावनी बनाई थी। बैतूल और शाहपुर मराठा शासक अप्पा साहब के शासन से अलग हो गई थी। मराठा जनरल और सेना  जून 1862 में बैतूल में रही।   

जिले के मुलताई शहर से ताप्ती का उदगम हुआ है। इसको पवित्र माना जाता है। और उनका प्रसिद्ध ताप्ती मंदिर भी यहां है।


जनसांख्यिकी विवरणः


2001 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 13,95,175 है।