पवन-वातायन

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

उत्कृष्ट वृत्तखण्ड, संयुक्त राज्य अमेरिका
उत्कृष्ट वृत्तखण्ड, संयुक्त राज्य अमेरिका

जालीदार शिला में पवन के अपरदन द्वारा पवनोन्मुखी भाग मे छिद्र हो जाता हैं, पवन धीरे-धीरे इस छिद्र के अपरदित पदार्थो को उडा-उडा कर उस छिद्र को बडा करती रहती हैं । लम्बे समय तक यही क्रिया निरन्तर होने के कारण्यह छिद्र शैल के आर-पार हो जाता हैं । शैल के इस आर-पार छिद्र को पवन खिडकी या पवन-वातायन कहा जाता हैं ।

पवन द्वारा उत्पन्न स्थलाकृति पृथ्वी
अपरदनात्मक स्थलरुप
इन्सेलबर्ग | छ्त्रक शिला | ज्यूजेन | पवन-वातायन | भूस्तम्भ | वातगर्त

निक्षेपात्मक स्थलरुप
बालुका स्तूप | लोयस