उदान वात

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

[संपादित करें] उदान वायु

यह वायु गले में रहती है। इसी वायु की शक्ति से मनुष्‍य स्‍वर निकालता हैं, बोलता है, गीत गाता है और निम्‍न, मध्‍यम और उच्‍च स्‍वर में बात करता है। उदान वायु यह वायु गले में रहती है। इसी वायु की शक्ति से मनुष्‍य स्‍वर निकालता हैं, बोलता है, गीत गाता है और निम्‍न, मध्‍यम और उच्‍च स्‍वर में बात करता है।


[संपादित करें] सन्‍दर्भ ग्रन्‍थ

चरक संहिता

सुश्रुत संहिता


वाग्‍भट्ट

चिकित्‍सा चन्‍द्रोदय


[संपादित करें] यह भी देखें

आयुर्वेद