कालपुरुष के अवयव

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  • शीर्षास्यबाहुह्रदयं जठरं कटिबस्तिमेहनोरुयुगम । जानू जंघे चरणौ कालस्यागांनि राशयोअजाद्या: ॥ सारावली
  • १२ राशियां कालपुरुष के शरीर के अवयव इस प्रकार से हैं,मेष मस्तक,वॄष मुख,मिथुन हाथ,कर्क ह्रदय,सिंह पेट,कन्या कमर,तुला नाभि से जननांग तक,वॄश्चिक जननांग,धनु जांघ,मकर घुटना,कुम्भ पिण्डली,मीन पैर.
  • सारांश:-भदावरी ज्योतिष समय पर जो सामने है वही कालपुरुष की छवि कही गई है,ब्रहमा,विष्णु और महेश,यह तीनों कालपुरुष के धनात्मक, रूप है,महासरस्वती,महालक्ष्मी,और महाकाली कालपुरुष का ॠणात्मक रूप है.इस रूप में कालपुरुष के शरीर के अवयव मानव शरीर के अवयव के समान्तर माने गये हैं,राशियों के अनुसार ही जातक के जीवन का फ़लादेश किया जाता है,जो फ़लित ज्योतिष कहलाती है,लगन में जो भी राशि होती है,उसी के अनुसार जातक की प्रकॄति और बनावट होती है,कद काठी और हाव भाव लगन के अनुरूप ही बखान किये जाते हैं.