वीर

विकिपीडिया, एक मुक्त ज्ञानकोष से

एक हाथ मे सृजन, दूसरे में प्रलय लिये चलते है, सभी कीर्ति ज्वाला में जलते , हम अंधियारे में जलते है । आँखों में वैभव के सपने , पग में तुफानो की गति हो, राष्ट्रभक्ति का ज्वार न रूकता , आए जिस जिस की हिम्मत हो ।------- कवि अटल बिहारी बाजपेयी