प्राण

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प्राण शरीर के भीतर की जीवनाधार वायु, श्वास।

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[संपादित करें] उदाहरण

  • राम के वियोग में महाराज दशरथ ने प्राण त्याग दिये।

[संपादित करें] मूल

प्राण से तात्पर्य है वह जीवनी शक्ति, जिसके कारण किसी जन्तु अथवा वनस्पति को जीवित कहा जा सकता है। जो साँस लेता हो, जिसमें आन्तरिक वृद्धि होती हो, चयापचय क्रिया होती हो, जो प्रजनन द्वारा अपनी संतति को बढ़ा सके उसे प्राणवान माना जाता है और प्राणी कहा जाता है। प्राण शक्ति का नाश होने से जीव मृत हो जाता है।

[संपादित करें] अन्य अर्थ

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[संपादित करें] हिंदी में

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