अश्वमेध
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अश्वमेध वैदिक काल के सबसे महत्वपूर्ण यज्ञों में से है। इसकी व्याख्या सुभाष काक ने की है जिसमें यह दिखलाया है कि प्रारम्भ में यह आन्तरिक और बाह्य सूर्य के समीकरण और स्वप्रेरणा से जुडा हुआ था।
अश्वमेध वैदिक काल के सबसे महत्वपूर्ण यज्ञों में से है। इसकी व्याख्या सुभाष काक ने की है जिसमें यह दिखलाया है कि प्रारम्भ में यह आन्तरिक और बाह्य सूर्य के समीकरण और स्वप्रेरणा से जुडा हुआ था।