छ्त्रक शिला

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ईजिप्ट में छ्त्रक शिला
ईजिप्ट में छ्त्रक शिला

मरुस्थली भागों मे यदि कठोर शैल के रुप मे ऊपरी आवरण के नीचे कोमल शैल लम्बवत रुप में मिलती हैं तो उस पर पवन के अपघर्षण के प्रभाव से विचित्र प्रकार के स्थलरुप ला निर्मान होता हैं , किसकी आक्रती छतरीनुमा होती हैं ।

पवन द्वारा उत्पन्न स्थलाकृति पृथ्वी
अपरदनात्मक स्थलरुप
इन्सेलबर्ग | छ्त्रक शिला | ज्यूजेन | पवन-वातायन | भूस्तम्भ | वातगर्त

निक्षेपात्मक स्थलरुप
बालुका स्तूप | लोयस

अन्य भाषायें