विधु
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विधु के प्रयोग के अनुसार चन्द्रमा, वायु, कपूर, विष्णु, ब्रह्मा, आयुध आदि अलग अलग अर्थ होते हैं।
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[संपादित करें] उदाहरण
- जयति कलधौत मणि-मुकुट, कुंडल, तिलक-झलक भलि भाल, विधु वदन शोभा। (विनय पत्रिका तुलसीदास)
- रज-कणों में खेलती किस विरज विधु की चाँदनी मैं? (महादेवी वर्मा)
- विधु मलीन रवि प्रकास गावत नर नारी। सूर श्रीगोपाल उठौ परम मंगलकारी॥
- हाँ तुम्हारे कुंतलों की छाँह ने निंदिया संवारी। हाँ तुम्हारी दॄष्टि ने विधु की विभा मेरे संवारी॥
[संपादित करें] मूल
- विधु संस्कृत मूल का शब्द है।
[संपादित करें] अन्य अर्थ
[संपादित करें] संबंधित शब्द
[संपादित करें] हिंदी में
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